Onion Price Hike: प्याज की महंगाई रोकने के लिए सरकार ने उठाया बड़ा कदम, एक्सपोर्ट के लिए तय की MEP
Onion Price Hike: केंद्र सरकार ने घरेलू उपलब्धता बनाए रखने के लिए प्याज निर्यात पर 800 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन का मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) तय की है. इसके लिए डीजीएफटी (DGFT) ने नोटिफिकेशन जारी किया है.
Onion Price Hike: त्योहारी सीजन में प्याज की बढ़ती कीमतों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. घेरलू बाजार में प्याज की उपलब्ध करने और कीमतें नियंत्रित करने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला किया है. केंद्र सरकार ने घरेलू उपलब्धता बनाए रखने के लिए प्याज निर्यात पर 800 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन का मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) तय की है. इसके लिए डीजीएफटी (DGFT) ने नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके साथ ही, बफर स्टॉक के लिए सरकार 2 लाख टन अतिरिक्त प्याज की खरीद करेगी.
एक्सपोर्ट के लिए MEP $800/ टन तय
सरकार ने आज 29 अक्टूबर, 2023 से 31 दिसंबर, 2023 तक प्याज निर्यात पर 800 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन, एफओबी आधार पर मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) नोटिफाई किया. घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सस्ती कीमतों पर प्याज की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के लिए यह उपाय किया गया है क्योंकि प्याज के निर्यात की मात्रा पर अंकुश लगाने से भंडारित रबी 2023 प्याज की मात्रा में कमी आ रही है. 800 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन का एमईपी लगभग 67 रुपये प्रति किग्रा होता है. इसका मतलब 67 रुपये प्रति किग्रा से कम के रेट पर कोई व्यापारी प्याज का निर्यात नहीं कर सकेगा.
ये भी पढ़ें- Bonus Share: दिवाली से पहले मुफ्त शेयर का तोहफा, मिलेगा 1 पर 6 बोनस शेयर, 3 साल में दिया 285% रिटर्न
एक्स्ट्रा 2 लाख टन प्याज की खरीद
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
इंट्राडे में तुरंत खरीद लें ये स्टॉक्स! कमाई के लिए एक्सपर्ट ने चुने बढ़िया और दमदार शेयर, जानें टारगेट और Stop Loss
Adani Group की रेटिंग पर Moody's का बड़ा बयान; US कोर्ट के फैसले के बाद पड़ेगा निगेटिव असर, क्या करें निवेशक?
टूटते बाजार में Navratna PSU के लिए आई गुड न्यूज, ₹202 करोड़ का मिला ऑर्डर, सालभर में दिया 96% रिटर्न
प्याज निर्यात पर एमईपी लगाने के फैसले के साथ, सरकार ने बफर के लिए अतिरिक्त 2 लाख टन प्याज की खरीद की भी घोषणा की है, जो पहले से खरीदे गए 5 लाख टन से ज्यादा है.
बफर से प्याज का अगस्त के दूसरे सप्ताह से लगातार देश भर के प्रमुख उपभोग केंद्रों में निपटान किया गया हैऔर एनसीसीएफ (NCCF) और नेफेड (NAFED) द्वारा संचालित मोबाइल वैन के माध्यम से खुदरा उपभोक्ताओं को 25 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आपूर्ति भी की गई है. आज तक बफर से लगभग 1.70 लाख मीट्रिक टन प्याज का निपटान किया जा चुका है.
ये भी पढ़ें- किसान भी हर महीने पा सकेंगे ₹3000 पेंशन, बस कर लें ये काम
प्याज किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करते हुए उपभोक्ताओं के लिए कीमतों को नियंत्रित करने के लिए बफर से प्याज की निरंतर खरीद और निपटान किया जाता है. प्रति मीट्रिक टन 800 अमेरिकी डॉलर का MEP लगाने का फैसला घरेलू उपभोक्ताओं के लिए प्याज को किफायती बनाए रखने के सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है.
सरकार ने यह कदम प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए उठाया है. कम आपूर्ति के कारण राष्ट्रीय राजधानी के खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें बढ़कर 65-80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में लगभग 400 सफल खुदरा स्टोर वाली मदर डेयरी 67 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खुला प्याज बेच रही है. वहीं ई-कॉमर्स पोर्टल बिगबास्केट पर यह 67 रुपये प्रति किलो और ओटिपी पर 70 रुपये प्रति किलो की दर पर है.
08:08 PM IST